तमिलनाडु के कोयम्बतूर शहर स्थित तेरापंथ जैन भवन में मुनि श्री दीपकुमारजी ठाणा-2 का मंगलभावना समारोह तेरापंथ सभा आदि संस्थाओं द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थिति बहुत अच्छी रही।
मुनिश्री दीप कुमारजी ने कहा कि सबको मंगल की चाह रहती है कोई अमंगल नहीं चाहता। आप हमारे प्रति मंगलभावना करते हैं हम आपके प्रति मंगल भावना करते हैं। सबका मंगल हो यह भावना सतत करते रहें। गुरू आज्ञा से कोयम्बतूर चातुर्मास करने आए अब गुरु आज्ञा से यहां से विहार करना है। व्याख्यान आदि क्रम व्यवस्थित रूप से चला कुछ तपस्या आदि भी हुई। जो भी अच्छा कार्य होता है वह गुरु कृपा से होता है जो कमी रह जाती हैं वह हमारी है। तेरापंथ सभा अध्यक्ष देवीचंदजी मंडोत ने अच्छी जिम्मेवारी निभाई। कुलदीप वोहरा ने गोचरी आदि की अच्छी सेवा की। यहां के परिवारों में गोचरी की बहुत भावना है। मुनि श्री ने आगे कहा कि संतो को भले विदाई दे पर धर्म को कभी विदाई ना देना सतत धर्म की साधना करते रहना। मुनि काव्य कुमारजी ने भी अच्छा श्रम किया। मुनिश्री काव्य कुमारजी ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि हमें ऐसा धर्मसंघ मिला, ऐसे महाप्रतापी गुरु मिले। गुरुदेव की कृपा से आपको मुनिश्री दीप कुमारजी जैसे संतों का चातुर्मास मिला। मुनिश्री ने बहुत श्रम किया, खूब प्रेरणाएं प्रदान की।
कार्यक्रम में तेरापंथ सभा के पूर्व अध्यक्ष उत्तमचंदजी पुगलिया, प्रेमजी सुराणा, प्रकाशजी बोथरा, इंद्राराजी पुगलिया, हेमालताजी भंसाली, तेरापंथी सभा अध्यक्ष देवीचन्दजी मंडोत, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा मंजुदेवी सेठिया, तेरापंथ युवक परिषद् अध्यक्ष योगेन्द्रजी सेठिया, तेरापंथी सभा मंत्री अजयजी बुच्चा, तेयुप मंत्री कुलदीपजी वोहरा, तेरापंथ भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष महावीरजी भंडारी आदि ने मंगलभावना भरे विचार व्यक्त किए। तेरापंथ महिला मंडल की बहनों ने सुमधुर की संगान किया। कार्यक्रम का संचालन भावना बोथरा ने किया।
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