ज्ञानशाला कांकरिया में शासनश्री साध्वीश्री रामकुमारी जी के सान्निध्य में प्रमाण पत्र एवं पारितोषिक दिए गए। कार्यक्रम की शुरुवात साध्वीश्री जी के नमस्कार महामंत्र से हुई। मंगलाचरण मीना जी डागा एवं भारती जी चिंडालिया द्वारा किया गया। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, कांकरिया-मणिनगर अध्यक्ष श्री चंपालाल जी गांधी ने स्वागत वक्तव्य दिया। भूतपूर्व अध्यक्ष श्री रायचंद जी लूनिया ने ज्ञानशाला तथा प्रशिक्षिकाओं की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
ज्ञानशाला संयोजिका प्रायोजिका सावित्री जी लूनिया ने अपने भाव व्यक्त किए और सभी अभिभावकों को प्रेरणा दी कि गुरुदेव का चातुर्मास अहमदाबाद के लिए गौरव है, उसमें भी गुरुदेव का स्नेहसिक्त हस्त ज्ञानशाला पर रहता है इसलिए सभी बच्चों को ज्ञानशाला जरूर भेजें। ज्ञानशाला में कंठस्थ ज्ञान भी करवा रहे हैं। नए बच्चों को जरूर जोड़ें। साध्वीश्री आत्मप्रभा जी ने ज्ञानशाला आने के लिए बच्चों को प्रेरणा दी एवं उससे कैसे बच्चे सुसंस्कारी बनते हैं, बताया। ज्ञानशाला परीक्षा व्यवस्थापक श्री राधेश्याम जी दुगड़ ने शिशु संस्कार बोध भाग 1 से 5 तक प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को शुभकामनाएं दी एवं प्रमाण पत्र रिजल्ट आदि में बहुत अच्छा सहयोग दिया। संयोजिका प्रायोजिका सावित्री जी लूनिया ने साध्वीश्री जी के सान्निध्य में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को विशेष पुरस्कार एवं सभी बच्चों को प्रमाण पत्र व गिफ्ट से सम्मानित किया। कुल 64 बच्चों ने परीक्षा दी।
कार्यक्रम में निवर्तमान अध्यक्ष श्री वीरेंद्र जी मनोत, मनोज जी लूनिया, श्री नौरतन जी बैद, जयसिंह जी नखत, कँवरलाल जी पटवा, बाबूलाल जी चोपड़ा, दीपक जी लूनिया की गरिमामयी उपस्थिति रही।
वीडियो मेकिंग में सेवा देने वाले ध्वनित मकवाना एवं रश्मि बरड़िया का भी सम्मान किया गया। रचना बोहरा ने उनका परिचय दिया।
अभिभावक मीटिंग रखी गई। जिसमें अभिभावकों ने अपने विचार रखे और ज्ञानशाला की प्रशंसा करते हुए इसको बच्चों के संस्कारों का अच्छा उपक्रम बताया। भारती जी चिंडालिया ने अभिभावकों से जिज्ञासा पूछी और सावित्री जी लूनिया ने समाधान दिया। कार्यक्रम का संयोजन विशाखा दफ्तरी ने किया। आभार व्यक्त समता कच्छारा ने किया।
